shayri for Dummies

ढलती शाम का खुला एहसास है, मेरे दिल में तेरी जगह कुछ खास है, तू नहीं है यहाँ मालूम है मुझे पर, दिल ये कहता है तू यहीं मेरे पास है।

सकून मिलता है जब उनसे बात होती है, हज़ार रातों में वो एक रात होती है, निगाह उठाकर जब देखते हैं वो मेरी तरफ, मेरे लिए वो ही पल पूरी कायनात होती है।

Katal karna hai to nigahon se kar talwar me kya rakha hai Pyar karna hai to mujhse kar mere doston me kya rakha hai.

कितना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा, ये दिल तो बस दीवाना है तुम्हारा, लोग कहते है चाँद का टुकड़ा तुम्हें, पर मैं कहता हूँ चाँद भी टुकड़ा है तुम्हारा।

मिरे घर के रास्ते में कोई कहकशाँ नहीं है

ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता

1797 - 1869

This appreciate shayari most effective is for people who want a thing new or are looking for a adore shayari dp. This really like shayari couple shayari is ideal for everyone who is a lover for like shayari odia.

अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं,

When a sher Shayari alone is so strong, how can a single not admire the pen and individual who composes them? There are numerous poets, all over the world, whose writings and poetry have survived the tides of your time and continue being classes till eternity.

यह शे’र ग़ालिब के मशहूर अशआर में से एक है। इस शे’र में जितने सादा और आसान अलफ़ाज़ इस्तेमाल किए गए हैं, उतनी ही ख़्याल में संजीदगी और गहराई भी है। आम पढ़ने वाला यही भावार्थ निकाल सकता है कि जब कुछ मौजूद नहीं था तो ख़ुदा का अस्तित्व मौजूद था। अगर ब्रह्मांड में कुछ भी न होता फिर भी ख़ुदा की ज़ात ही मौजूद रहती। यानी ख़ुदा की ज़ात को किसी बाहरी वस्तु के अस्तित्व की ज़रूरत नहीं बल्कि हर वस्तु को उसकी ज़ात की ज़रूरत होती है। दूसरे मिसरे में यह कहा गया है कि मुझको अपने होने से यानी अपने ख़ुद के ज़रिए नुक़्सान पहुँचाया गया, अगर मैं नहीं होता तो मेरे अपने अस्तित्व की प्रकृति न जाने क्या होती।

तुम्हारे साथ खामोश भी रहूँ तो बातें पूरी हो जाती हैं.. तुम में, तुम से, तुम पर ही मेरी दुनिया पूरी हो जाती है!

मिर्ज़ा ग़ालिब टैग : प्रेरणादायक शेयर कीजिए

खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *